Friday, December 18, 2009

दूरी

यादों से रिश्ता कल भी था ,यादों से रिश्ता आज भी है
दिल कल भी अपना दुखता था ,दिल अफसुर्दा सा आज भी है

तुम दूर हुए मजबूरी में ,हम टूट गए इस दूरी में
कभी वक़्त मिले तो लौट आना ,ये दिल का दर वजा खुला आज भी है

तुम खुश रहो आबाद रहो , दिल अपना तो बर्बाद हुवा
ग़म दिल का सहारा कल भी था ,और ग़म का मारा आज भी है

यह अश्क नहीं हैं आँखों में ,ये तारे झिलमिल करते हैं
इन आँखों में जो कल तक था ,वोही चाँद सा चेहरा आज भी है

अब शिकवा किसी से क्या करना ,तकदीर में जो लिखा था मिला
ग़म कल भी मेरा सरमाया था ,ग़म मेरा विरसा आज भी है

Tuesday, December 1, 2009

भूल

हमसे हुई है ये भूल कई बार

कांटों को समझे फूल कई बार

हमने तो दर्पण को दर्पण समझा

अपने मन जैसा सबका मन समझा

कलियों की क्यारी में पांव रखे हम

तलवों में चुभ गए फूल कई बार।

बेवफा

जो न मिल सके वोही बेवफा , ऐ बड़ी अजीब सी बात है
जो चला गया मुझे छोर कर , वोही आज तक मेरे साथ है


जो किसी नज़र से अत्ता हुए , वही रौशनी है ख़याल में
वोह आसके राहों मुन्तजिर , यह खलिश कहाँ थे विसाल में
मेरी जुस्तुजू को ख़बर नही , वोह दिन रहे वोह रात है
जो चला गया मुझे चोर कर , वोही आज तक मेरे साथ है ...

करे प्यार लुब पे गिला हो , यह किसी किसी का नसीब है
यह करम है उस का जहाँ नही , वोह जुदा भी रह कर करीब है
वोही आँख है मेरी रूबरू , उस्सी हाथ में मेरा हाथ है
जो चला गया मुझे छोर कर , वोही आज तक मेरे साथ है

मेरा नाम तक जो लेसका , जो मुझे करार दे सका
जिससे इख्तेयार तू था मगर , मुझे अपना प्यार दे सका
वोही शख्स मेरी तलाश है , वोही दर्द मेरी हयात है
जो चला गया मुझे छोर कर , वोही आज तक मेरे साथ है...

आपकी याद

शाम  से  आंख  में  नमी  सी  है ,
आज फिर आपकी कमी सी है .

दफ़न कर दो हमें की साँस मिले ,
नब्ज कुछ देर से थमी सी है ;
शाम से आँख में नमी सी है .

वक्त रहता नही कंही टिक कर ,
इसकी आदत भी आदमी सी है ;
आझ फिर आपकी कमी सी है .

कोई रिश्ता नही रहा फिर भी ,
एक तस्वीर लाजमी सी है ।
शाम से आंख में नमी सी है ,
आज फिर आपकी कमी सी है .


कभी तो मुड के देखो
खूबसूरत यादों के जंगल में
तुमको शायद आज भी कोई मिल जाये
सिर्फ तुम्हारा इंतज़ार करते हुये

कभी तो मुड़ के देखो
अहसास करने के लिये
कि यादें अभी भी धुंधली
नहीं पड़ी हैं
कोई उन्हें आज भी जिंदा रखे है
सिर्फ तुम्हारे लिए

कभी तो मुड़ के देखो
अहसास करो
कि किसी ने समय को
रोक दिया है
सिर्फ तुम्हारे लिये

कभी तो मुड़ के देखो
महसूस करने के लिये
कि निशब्द एक दिल धड़क रहा है
सिर्फ तुम्हारे लिए

मुड़ के देखो कभी
क्योंकि कोई चाहता है
कि
तुम मुड़ के देखो....
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
हो मत उदास कभी तो बात भी होगी,
इतने प्यार से दोस्ती की है खुदा की कसम
जिंदगी रही तो मुलाकात भी होगी.

कोशिश कीजिए हमें याद करने की
लम्हे तो अपने आप ही मिल जायेंगे
तमन्ना कीजिए हमें मिलने की
बहाने तो अपने आप ही मिल जायेंगे .

महक दोस्ती की इश्क से कम नहीं होती
इश्क से ज़िन्दगी ख़तम नहीं होती
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्त का
तो ज़िन्दगी जन्नत से कम नहीं होती

सितारों के बीच से चुराया है आपको
दिल से अपना दोस्त बनाया है आपको
इस दिल का ख्याल रखना
क्योंकि इस दिल के कोने में बसाया है आपको .

अपनी ज़िन्दगी में मुझे शरिख समझना
कोई गम आये तो करीब समझना
दे देंगे मुस्कराहट आंसुओं के बदले
मगर हजारों दोस्तो में अज़ीज़ समझना ..

हर दुआ काबुल नहीं होती ,
हर आरजू पूरी नहीं होती ,
जिन्हें आप जैसे दोस्त का साथ मिले ,
उनके लिए धड़कने भी जरुरी नहीं होती

Dard

लिखने से पहले सलाम करते है, दर्द इस दिल से पैगाम करते हैं,
ये मत समझना के भूल गए है हम, याद तोः आपको हम सुबह शाम करते है ।
नाराज़ होकर जिंदगी से नाता नही तोड़ते, मुश्किल हो राह फ़िर भी मंजिल नही छोड़ते,
तनहा ना समझना खुदको कभी, हम उनमे से है, जो कभी साथ नही छोड़ ते ।
बरसात की हर बूँद मे समाये हो तुम, हर दिल मे ख़ास जगह बनाये हो तुम ,
यूँ तोह हमदर्द की कमी नही, पर ना जाने आज बहुत याद आ रहे हो तुम ।
एक फूल अजीब था, कभी हमारे भी बहुत करीब था, जब हम चाहने लगे उसे,
तो पता चला वो किसी दूसरे का नसीब था ।
सबको प्यार देने की आदत है हमें, अपनी अलग पहचान बनने की आदत है हमें
कितना भी ज़ख्म दे हमें कोई, उतना ही मुस्कराने की आदत है हमें ।